राष्ट्रीय दुग्ध दिवस 2024: पशुपालन और डेयरी विभाग द्वारा मानेकशॉ सेंटर में आयोजन

नई दिल्ली: मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के तहत पशुपालन और डेयरी विभाग (डीएएचडी) 26 नवंबर 2024 को मानेकशॉ सेंटर, नई दिल्ली में “राष्ट्रीय दुग्ध दिवस” का आयोजन करेगा। यह कार्यक्रम भारतीय डेयरी उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जो डॉ. वर्गीज कुरियन की 103वीं जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। डॉ. कुरियन को “भारत में श्वेत क्रांति के जनक” के रूप में जाना जाता है, और इस दिवस के माध्यम से उनके योगदान को याद किया जाएगा।

इस समारोह में केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह, राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल, जॉर्ज कुरियन सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे। केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह द्वारा 3 श्रेणियों में प्रतिष्ठित राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। ये पुरस्कार स्वदेशी गाय/भैंस की नस्लों के पालन, कृत्रिम गर्भाधान तकनीकी विशेषज्ञता और डेयरी सहकारी समितियों के उत्कृष्ट कार्य को सम्मानित करेंगे।

इसके अलावा, कार्यक्रम के दौरान दो महत्वपूर्ण प्रकाशनों का विमोचन किया जाएगा – “बेसिक एनिमल हसबैंड्री स्टैटिस्टिक्स (BAHS)-2023” और “एलीट गायों की पहचान पर एक मैनुअल”, जो पशुपालन क्षेत्र में नई तकनीकी प्रगति को प्रोत्साहित करेंगे।

इस उत्सव में अखिल भारतीय मोटर रैली का समापन भी होगा, जो बजाज ऑटो के सहयोग से अमूल द्वारा आयोजित की गई थी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 19 नवंबर 2024 को इस रैली को हिम्मतनगर, गुजरात से झंडी दिखाकर रवाना किया था, और यह रैली अब दिल्ली के मानेकशॉ सेंटर में समाप्त होगी।

कार्यक्रम के दौरान दो विचारोत्तेजक पैनल चर्चाएं भी आयोजित की जाएंगी। पहली चर्चा “महिलाओं द्वारा संचालित पशुधन और डेयरी क्षेत्र” पर होगी, जिसमें महिला सशक्तिकरण और लैंगिक समावेशिता पर चर्चा की जाएगी। दूसरी चर्चा “स्थानीय पशु चिकित्सा सहायता के माध्यम से किसानों को सशक्त बनाना” पर आधारित होगी, जो भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के उपायों पर ध्यान केंद्रित करेगी।

राष्ट्रीय दुग्ध दिवस 2024, भारत के नेतृत्व को वैश्विक डेयरी क्षेत्र में मान्यता देने के साथ-साथ पशुपालन और डेयरी उद्योगों में सतत विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाएगा।

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